उत्तराखंड में अब चार धाम यात्रा पर कोरोना से फिर लगेगा ‘ग्रहण’?, केदारनाथ-बदीरनाथ यात्रा रूट पर कोविड गाइडलाइन अनिवार्य…..

देहरादून: चार धाम यात्रा 2023 पर यूपी, एमपी सहित देश-विदेश से जानेवाले तीर्थ यात्रियों के लिए बड़ा अपडेट आया है।
बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चार धाम पंजीकरण करा चुके तीर्थ यात्रियों ने अगर यह काम नहीं कियो तो उन्हें चारों धामों में दर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

देशभर में कोरोना के बढ़ते केसों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने संक्रमण रोकने के लिए सख्त एक्शन लिया है।इसके तहत चार धाम पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को सख्ती से कोविड गाइडलाइन का पालन करना होगा। कोविड गाइडलाइन्स का पालन नहीं करने पर तीर्थ यात्रियों के खिलाफ एक्शन भी होगा। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने लिए सरकार की आरे से कोविड जांच का दायरा बढ़ाने के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सोमवार शाम को विधानसभा में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि चार धाम यात्रा-2023 को देखते कोविड गाइडलाइन को सख्ती से यात्रा रूट पर लागू कराया जाए।उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने उत्तराखंड में कोविड जांच बढ़ाने के लिए भी निर्देश दिए हैं।

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने प्रदेशभर में कोरोना वैक्सीनेशन बढाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को कहा है।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने स्वास्थ्य महानिदेशक को चार धाम यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले सभी चिकित्सा इकाईयों व अस्थाई मेडिकल रिलीव प्वाइंटों का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्हें चार धाम यात्रा में विशेषज्ञ चिकित्सकों, चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल के स्टॉफ की तैनाती 15 अप्रैल से पहले सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। डॉ. रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए रेलवे स्टेशन और अन्य स्थानों पर टीकाकरण के लिए कैम्प आयोजित किए जांएगे।

उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे कोरोना केस उत्तराखंड में कोरोना कसों में लगातार इजाफा हो रहा है। चिंता की बात है कि सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण देहरादून में बढ़ा है। संक्रमण दर 10 फीसदी से ऊपर पहुंच गई है। अब मरीजों की मौत भी होने लगी है।

दून अस्पताल में पांच मरीज अभी और अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। देहरादून में ही अकेले 21 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। देहरादून जिले में 01 जनवरी 2023 से अब तक 165 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।देश में बढ़ते कोरोना केसों के बाद सख्ती देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये सूबे में कोविड जांच व वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ाया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। चार धाम यात्रा को देखते हुये उत्तराखंड प्रदेश में भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड गाइडलाइन को सख्ती से लागू किया जायेगा।

देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसको देखते ये राज्य में कोविड जांच व वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाई जाएगी।चारों धामों के कपाट खुलने की यह है तारीख बदरीनाथ-केदारनाथ के बाद नवरात्रि के मौके पर गंगोत्री, और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने की तारीख का ऐलान हो गया है। तीर्थ यात्रियों के लिए दोनों धामों के कपाट आगामी 22 अप्रैल 2023 को खुलेंगें। चैत्र प्रतिपदा एवं नवरात्र के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त निकाला गया था।

दरीनाथ और केदरानाथ धामों के कपाट खुलने की घोषणा पहले ही हो चुकी है। बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को तीर्थ यात्रियों के लिए खोले जाएंगे। जबकि, केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुलेंगे। धामों के कपाट खोलने से पहले प्रशासन की ओर तैयारियां पूरी जोर से की जा रही है।ऑनलाइन के बाद रजिस्ट्रेशन के लिए यात्रियों के पास यह भी विकल्प।

चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए बहुत ही अच्छी खबर है। केदारनाथ-बदरीनाथ सहित चारों धामों पर जाने से पहल अगर आपने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया तो आपको टेंशन लेने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। उत्तराखंड सरकार की ओर से चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी दी जाएगी।