उत्तराखंड में भानियावाला तिराहे से जौलीग्रांट तक अब नहीं बनेगी ऐलीवेटेड रोड, परियोजना में किया गया बदलाव…..

देहरादून: भानियावाला तिराहे से जौलीग्रांट तक अब नहीं बनेगी ऐलीवेटेड रोड, परियोजना में किया गया बदलाव

सड़क के फोरलेन बनने से जहां देहरादून से ऋषिकेश का सफर आसान होगा, वहीं रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच वन क्षेत्र में मानव-वन्यजीव के संघर्ष को भी रोका जा सकेगा।

एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है। भानियावाला से ऋषिकेश तक बनने वाले फोरलेन हाईवे में कुछ बदलाव किया गया है। इस परियोजना में भानियावाला तिराहे से जौलीग्रांट चौक तक 2.2 कि.मी. एलिवेटेड रोड बनाई जानी थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। अब एलीवेटेड रोड की जगह सड़क को चौड़ा कर फोरलेन हाईवे ही बनाया जाएगा।

केंद्र सरकार ने भानियावाला से ऋषिकेश तक फोरलेन सड़क निर्माण के लिए हाईब्रिड एनुइटी मोड (एचएएम) में 1036.23 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की है। इस सड़क के फोरलेन बनने से जहां देहरादून से ऋषिकेश का सफर आसान होगा, वहीं रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच वन क्षेत्र में मानव-वन्यजीव के संघर्ष को भी रोका जा सकेगा।

व्यावसायिक भवनों का अधिग्रहण
परियोजना के तहत वन क्षेत्र में चार हाथी कॉरिडोर, और कुछ अंडर पास भी बनाए जाने हैं। इस परियोजना के तहत इसकी शुरूआत में 2.2 कि.मी. लंबी ऐलीवेटेड सड़क बनाई जानी थी, लेकिन अब उसमें बदलाव करते हुए सड़क को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है।

बताया जा रहा है कि ऐसा कुछ व्यावहारिक दिक्कतों को देखते हुए किया गया है। ऐसे में भानियावाला बाजार में आवासीय और व्यावसायिक भवनों का अधिग्रहण किया जाएगा। हालांकि स्थानीय लोगों की ओर से भी ऐलीवेटेड रोड का विरोध किया जा रहा था। इस फैसले से लोगों को भी राहत मिली है।

ऐसा होने से अब उनका कारोबार प्रभावित नहीं होगा।

एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके लिए विशेष भूमि अधिग्रहण अधिकारी (एसएलओ) के यहां 50 करोड़ रुपये की धनराशि जमा कर दी गई है। शीघ्र ही मुआवजा बांटने का काम शुरू किया जाएगा। प्रोजेक्ट को पूरा होने में करीब दो साल का समय लगेगा।