भारत की संघीय व्यवस्था में जीएसटी समवत्री सूची का विषय है, सामान्य नागरिक के लिए जीएसटी की अध्ययन आवश्यक: डाॅ. पौद्दार…..

हरिद्वार: महाविद्यालय में आज कालेज के पूर्व छात्र डाॅ. अविनाश पौद्दार वरिष्ठ सी.ए. एवं अधिवक्ता द्वारा छात्र-छात्राओं को जीएसटी के सन्दर्भ में विशद जानकारी दी गयी।

इस अवसर पर डाॅ. अविनाश पौद्दार सी.ए. एवं अधिवक्ता ने जीएसटी की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने 20 से अधिक देशों की कर व्यवस्था का अध्ययन किया है। हमारे देश में वेट की क्रियान्वयन में कुछ खामियां थी जिसके चलते सरकार द्वारा जीएसटी कर व्यवस्था को लाया गया। उन्होंने बताया कि एक ही वस्तु पर अनेक प्रकार का टैक्स, टैक्स के उपर टैक्स, विभिन्न टाॅल नाकों पर अलग-अलग कर लगाया जाना, जैसे अनेक विसंगतियों के कारण की वजह से सरकार द्वारा 2017 में जीएसटी व्यवस्था को अपनाया गया।

डाॅ. पौद्दार ने बताया कि भारत की संघीय व्यवस्था में जीएसटी समवत्री सूची का विषय है, क्योंकि इसके क्रियान्वयन में केन्द्र के साथ-साथ राज्य सरकारों की सहमति भी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान के अनेकों अनुच्छेद ऐसे हैं जोकि अन्तर्राज्यीय कर प्रणाली व अन्य कर व्यवस्थाओं से सम्बन्धित हैं जिनका अध्ययन सामान्य नागरिकों के लिए आवश्यक है। इसके साथ-साथ उन्होंने जीएसटी कोंसिल के बारे में भी जानकारी दी।

काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि जीएसटी प्रभावशाली कर प्रणाली है जिसमें कर चोरी की सम्भावना नहीं है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली प्रभाव में आने के बाद करदाताओं की संख्या बढ़ी है। डाॅ. बत्रा ने बताया कि यह प्रणाली एक ई-बिल पर आधारित पारदर्शी कर प्रणाली है जो भारत सरकार के डिजीटल इंडिया को भी आगे बढ़ाती है। उन्होंने बताया कि डाॅ. अविनाश पौद्दार एस.एम.जे.एन. काॅलेज के पूर्व छात्र रहें हैं, उन्होंने बी.काॅम. करने के पश्चात सीए की परीक्षा उत्तीर्ण की तथा इसके पश्चात यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में भी सफलता प्राप्त की।

उन्होंने सर्विस के बजाय प्रोफेशन को अधिक महत्व दिया। अभी तक डाॅ. अविनाश पोद्दार ने लगभग 30 से अधिक पुस्तकों को लिखा है, अविनाश पौद्दार जीएसटी विषय पर पी.एचडी. करने वाले भारत के प्रथम शोधार्थी रहे हैं। इस समय डाॅ. अविनाश पौद्दार जीएसटी कोसिंल में गुजरात का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस अवसर पर डाॅ. बत्रा एवं डॉ विशाल गर्ग ने उन्हें शाॅल, गोल्ड मैडल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने बताया कि जीएसटी विकासोन्मुख कर है। इस प्रक्रिया को थोड़े परिवर्तन के साथ एकीकरण से पूर्व अपनाया था। अमूल्य सक्सेना, अपराजिता, सोनिका, एकता आदि छात्र-छात्राओं द्वारा डाॅ. अविनाश पौद्दार सी.ए. से अपनी जिज्ञासाओं का समाधान भी प्राप्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन कैरियर काउसिंलिग समिति के सदस्य डाॅ. विजय शर्मा द्वारा किया गया।

इस अवसर पर समाजसेवी डाॅ. विशाल गर्ग, विक्रम ठाकुर, डाॅ. विनीता चौहान, डाॅ. रूचिता सक्सेना,. श्रीमती रिंकल गोयल, रिचा मिनोचा, कैरियर काउसिंलिग समिति के सदस्य दिव्यांश शर्मा, डाॅ. पदमावती तनेजा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. सुगन्धा वर्मा, अंकित अग्रवाल सहित काॅलेज के छात्र शिवम अरोड़ा, तमन्ना सैनी, दिव्यम, दिशा, दिव्यांशी शर्मा, अमन, कार्तिक सैनी, परिधि राजपूत, प्रियांशी कौशिक, मुस्कान यादव आदि छात्र-छात्रा उपस्थित थे।