उत्तराखंड के 13 जिलों में से इतने जिलों में कोरोना से संक्रमित मामले, मॉक ड्रिल में निकले इतने कोरोना संक्रमित…..

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच कई खामियां सामने आईं हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई 10 अप्रैल को की गई मॉकड्रिल में व्यवस्थाओं की पोल खुल गई। आपको बता दें कि सोमवार को उत्तराखंड के 13 में से 11 जिलों में कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं।

हरिद्वार के मेला अस्पताल में एक ऑक्सीजन प्लांट बंद मिला, जबकि 25 में से 10 वेंटिलेटर खराब मिले। जिला अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों को मॉकड्रिल की जानकारी तक नहीं थी। जिला अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट भी बंद मिला। जिला अस्पताल के दो बेड के एचडीयू वार्ड में भी एक वेंटिलेटर खराब मिला।

स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को मॉकड्रिल के माध्यम से कोरोना की रोकथाम को लेकर की गई व्यवस्थाओं को परखा। लेकिन मॉकड्रिल ने विभाग की तैयारियों की पोल खोलकर रख दी। मेला अस्पताल में दो ऑक्सीजन प्लांट में से 200 एलपीएम क्षमता वाला प्लांट खराब पड़ा था। एक अन्य प्लांट काम कर रहा था।

मेला अस्पताल में पांच बेड के आइसीयू वार्ड के वेंटिलेटर सुचारु थे। लेकिन मेला अस्पताल के 25 में 10 वेंटिलेटर खराब थे। मास्क को लेकर जिला अस्पताल में लापरवाही: कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिलाधिकारी ने मास्क का प्रयोग करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं।

सोमवार को मॉकड्रिल के दौरान मेला अस्पताल में मरीजों और उसके तीमारदारों को बिना मास्क के अंदर जाने नहीं दिया गया। अस्पताल प्रबंधन मरीजों को मास्क भी वितरित कर रहा है। इसके विपरीत जिला अस्पताल में लापरवाही बरती जा रही थी। ओपीडी पर्ची की लाइन में अधिकतर मरीज बिना मास्क के खड़े नजर आए।

जिला — कोरोना संक्रमित

देहरादून — 44

हरिद्वार—1

चमोली—3

नैनीताल—9

पौड़ी —3

अल्मोड़ा—4

बागेश्वर—0

चंपावत — 1

पिथौरागढ़ — 0

रुद्रप्रयाग–1

टिहरी — 3

यूएस नगर—1

उत्तरकाशी—1