उत्तराखंड के देहरादून में खनन माफिया ने थानाध्यक्ष के ड्राइवर के ऊपर चढ़ाया ट्रैक्टर, अब CM Dhami ने DGP को बुला कर दिए ये सख्त निर्देश….

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी में कैंट थाना इलाके में खनन माफिया द्वारा सिपाही पर किए गए जानलेवा हमले के मामले की घटना का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए मामले में डीजीपी व गृह विभाग के अफसरों को तलब कर पूरी रिपोर्ट प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने अफसरों को आदेश दिया है ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करें इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

आपको बताते चलें कल कैंट थाना इलाके में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए एसएसपी देहरादून ने मामले में जांच कमेटी का गठन करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था मामले की जांच के लिए एसपी क्राइम को नियुक्त किया गया है। बेखौफ खनन माफिया ने सिपाही के ऊपर चढ़ाया ट्रैक्टर, पैर और सिर में आईं चोटें, हालत गंभीर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज डीजीपी को बुलाकर इस मामले पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं सीएम ने सीधे तौर पर कहा है कि ऐसे खनन माफियाओं को कानून का डर दिखाना जरूरी है तो इनको उसी तरीके से सबक सिखाये।

सिपाही मनोज अवैध खनन की शिकायत पर पहुंचे थे। सिपाही ने ट्रैक्टर चालक को थाने चलने के लिए कहा तो वह ट्रैक्टर आगे बढ़ाने लगा। जिसके बाद ट्रैक्टर चालक ने मनोज को धक्का देकर उसके पैरों पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया।देहरादून में बेखौफ खनन माफिया ने एक सिपाही पर ट्रैक्टर चढ़ाकर मारने का प्रयास किया। सिपाही ने अवैध खनन की शिकायत पर ट्रैक्टर चालक को रोक उसे थाने चलने के लिए कहा था। घायल सिपाही कैंट थाना एसएचओ का ड्राइवर है। उसके सिर और पैर में गंभीर चोट आई है। सिपाही का सिनर्जी अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा है। पुलिस ने आरोपी चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

रविवार देर शाम तक आरोपी चालक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका था।घटना कैंट थाना क्षेत्र के जैंतनवाला की है। कैंट एसएचओ विनय कुमार का ड्राइवर सिपाही मनोज कुमार रोज की तरह रविवार सुबह सैर पर निकला था। इस बीच उन्हें फोन आया कि जैंतनवाला के पास नदी से अवैध खनन से भरा ट्रैक्टर निकल रहा है। पुलिस के अनुसार सिपाही मनोज वहां पहुंचा और ट्रैक्टर को रोक लिया। सिपाही मनोज ने ट्रैक्टर चालक को थाने चलने के लिए कहा तो वह ट्रैक्टर आगे बढ़ाने लगा। इस पर सिपाही ने चीता पुलिस को फोन कर वहां बुलाया। कुछ देर बाद जब चीता सिपाही मौके पर पहुंचे तो देखा कि मनोज घायल अवस्था में सड़क पर पड़ा था।

मनोज के सिर और पैर से खून निकल रहा था। पुलिस के अनुसार ट्रैक्टर चालक ने मनोज को धक्का देकर उसके पैरों पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। साथी सिपाही मनोज को सिनर्जी अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने मनोज की प्राथमिक जांच कर बताया कि उनके सिर में गंभीर चोट आई है। साथ ही जांघ और पैर की हड्डी कई जगह से टूट गई है। घायल मनोज का हाल जानने के लिए एसएसपी दलीप सिंह कुंवर भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि मामले में ट्रैक्टर चालक वसीम के खिलाफ जानलेवा हमले के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही जैंतनवाला में अवैध खनन के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

एसएचओ कैंट विनय कुमार ने बताया कि इस क्षेत्र में अवैध खनन की शिकायत पर कार्रवाई की जाती है। लेकिन, वसीम के बारे में फिर भी शिकायत आ रही थी। वसीम खनन सामग्री ढोने के लिए कई ट्रैक्टर चलाता है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।

देहरादून जनपद में खनन माफिया पहले भी इस तरह का दुस्साहस कर चुके हैं। इससे पहले वर्ष 2017 में विकासनगर के बाजार चौकी क्षेत्र में सिपाहियों ने खनन से लदे तीन ट्रैक्टरों को रोका था। दुस्साहसी खनन माफिया इनमें से दो ट्रैक्टरों को जबरन छुड़ा कर ले गए थे। इसके बाद एक ट्रैक्टर को सिपाही पर चढ़ाने का प्रयास किया। इसके बाद वर्ष 2019 में कालसी थाना क्षेत्र की एक नदी से निकलने वाले ट्रैक्टर चालक ने भी सामने खड़े सिपाही पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया था।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे लगातार पुलिस से अवैध खनन की शिकायत करते रहते हैं। यह सिलसिला 2018 से जारी है। बीडीसी मेंबर संदीप कुमार, वार्ड मेंबर रमा राणा, सयान सिंह राणा, परमवीर सिंह, अभय सिंह, आदि ने बताया कि पुलिस यदा कदा ही कार्रवाई करती है। लेकिन, इसके बाद फिर से खनन माफिया के हौसले बुलंद हो जाते हैं।