उत्तराखंड में बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में एक पूर्व आईएएस समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा……

देहरादून: नानकमत्ता गुरुद्वारे के कार सेवा डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने सर्वजीत सिंह निवासी ग्राम मियाविंड जिला तरन तारण पंजाब और अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टा निवासी ग्राम सिहोरा बिलासपुर यूपी को मुख्य आरोपी बनाया है।

इसके अलावा पुलिस ने संदेह के आधार पर तीन और लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें से एक पूर्व आईएएस भी बताया जा रहा है। इस बीच डीजीपी अभिनव कुमार ने भी नानकमत्ता पहुंचकर गुरुद्वारा प्रबंधन से जुड़े लोगों से बातचीत की और विश्वास दिलाया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

पुलिस ने गुरुवार को ही इस मामले में एसआईटी गठित कर दी थी। डीजीपी ने उत्तराखंड एसटीएफ के साथ पुलिस की आठ टीमें बनाकर मामले के खुलासा का दावा किया है। साथ ही यूपी, पंजाब समेत आसपास के राज्यों की टीमों से भी मदद मांगी गई है। पुलिस को जो तहरीर मिली है उसके अनुसार बताया गया है कि दोनों हमलावर 19 मार्च को गुरुद्वारा परिसर के ही भाई मरदाना यात्री निवास नानकमत्ता के कमरा नंबर 23 में ठहरे हुए थे।

दोनों हमलावरों को डेरा कार सेवा परिसर में दो दिन पहले भी घूमते हुए देखा था। दोनों हमलावरों में से एक ने यात्री निवास के यात्री रजिस्टर में अपना आधार कार्ड भी दिया था। जिसमें वह पंजाब का बताया जा रहा है। पुलिस अब इस मामले में इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि आरोपियों को बाइक व हथियार किसने उपलब्ध कराए। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने घटना स्थल का निरीक्षण किया व डेरा के प्रमुख लोगों से बात की। बताया कि घटना के खुलासे के लिए 11 टीमो का गठन किया गया।

डीजीपी ने बताया कि उन्होंने सभी एंगल से घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया। महोदय द्वारा घटना के वक्त डेरे में मौजूद कार सेवकों से घटना की जानकारी प्राप्त की गई व उनको सांत्वना दी गई। इसके बाद थाना नानकमत्ता में जनपद के अधिकारियों के साथ गोष्ठी की गई। गोष्ठी के माध्यम से महोदय द्वारा आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने हेतु सख्त दिशा निर्देश दिए।

बीते गुरुवार 28 मार्च को सुबह करीब साढ़े 6 बजे डेरा कार सेवा प्रमुख प्रमुख तरसेम सिंह नानकमत्ता गुरुद्वारे में कुर्सी पर बैठे हुए थे, तभी बाइक सवार दो बदमाश आए और तरसेम सिंह पर गोली चला दी। जिसके बाद तरसेम सिंह की मौत हो गई। इस घटना के बाद से ही पुलिस ने जांच पड़ताल तेज कर दी। घटना के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी भी नानकमत्ता पहुंचे और बाबा तरसेम सिंह को श्रद्धांजलि दी।