उत्तराखंड में बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस हुआ जारी, पुलिस की पकड़ से बाहर……

हल्द्वानी: ऊधमसिंहनगर जिले के नानकमत्ता में बाबा तरसेम सिंह की हत्या कर फरार हुए दोनों शूटर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। पुलिस शूटरों को पकड़ने के लिए विभिन्न राज्यों में दबिश दे रही हैं। जिले के विभिन्न हिस्सों के साथ ही रामपुर जिले के कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने दोनों शूटरों पर इनाम रखने के बाद अब उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है। दरअसल, बाबा तरसेम सिंह की हत्या करने के बाद दोनों शूटर सर्बजीत सिंह और अमरजीत सिंह पीलीभीत से होकर भागे थे।

पुलिस लगातार दोनों की तलाश में यूपी से पंजाब तक दबिश दे रही है। सर्बजीत के सोशल मीडिया एकाउंट से उनके ढाका पहुंचने की पोस्ट चर्चा में है। यह पोस्ट जानबूझकर पुलिस को गुमराह करने को की गई या फिर वे सही में ढाका पहुंच गए हैं यह जांच का विषय है। दोनों का इतनी जल्दी ढाका पहुंचना गले नहीं उतर रहा है। सूत्रों के अनुसार पंजाब पुलिस की मदद से तरनतारन में सर्बजीत के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।

उसके परिजन और सहयोगियों से पूछताछ की जा रही है। जिले के विभिन्न जगहों के अलावा सीमा के लगे यूपी क्षेत्र से कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से पूछताछ की गई है। पुलिस मानने के लिए तैयार नहीं है कि दोनों शूटर इतनी जल्दी ढाका पहुंच गए हैं। इसे शूटरों का पुलिस को गुमराह करने का हथकंडा माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि दोनों शूटरों के पासपोर्ट नहीं बने हैं। बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में शामिल शूटरों ने बेहद योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दिया है।

बताया जा रहा है कि जिस तरह से यह हत्याकांड हुआ है, वो बिना स्थानीय मदद के संभव नहीं है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सर्बजीत का सोशल मीडिया एकाउंट एक जगह से संचालित नहीं है। कनाडा से भी सोशल मीडिया एकाउंट का लिंक जुड़ रहा है।

हालांकि, अभी इसको लेकर पुलिस ज्यादा कुछ बताने से बच रही है। नानकमत्ता में 28 मार्च की सुबह दो बाइक सवारों ने कार सेवा डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पांच लोगों के विरुद्ध केस दर्ज करने के बाद मुख्य आरोपी तरनतारन पंजाब निवासी सर्बजीत सिंह और बिलासपसुर निवासी अमरजीत सिंह की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिशें दे रही है।

नानकमत्ता में भी पुलिस सराय इंचार्ज, सेवादार व कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर चुकी है। लेकिन अभी तक दोनों हत्यारोपियों के बारे में सटीक जानकारी नहीं मिली है।