उत्तराखंड में चतुर्थ केदार रूद्रनाथ जी के कपाट खुले, श्री मद्महेश्वर जी के कपाट 22 मई को खुलेंगे…..

गोपेश्वर: चतुर्थ केदार भगवान श्री रूद्रनाथ मंदिर के कपाट आज प्रात: विधि-विधान के साथ खोले गए। ग्रीष्मकाल 6 माह तक मंदिर में भगवान रूद्रनाथ जी के दर्शन होंगे। पुजारी जनार्दन प्रसाद तिवारी ने बताया कि इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु रूद्रनाथ पहुंचे हैं।

द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली ने आज प्रात: पंचकेदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से मद्महेश्वर हेतु प्रस्थान किया।

श्री मद्महेश्वर जी के कपाट 22 मई को खुलेंगे।
द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट 22 मई सोमवार को विधि-विधान से खोले जायेंगे इसके लिए श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ने तैयारियां पूरी की हैं। श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने श्री मद्महेश्वर जी के कपाट खुलने की तैयारियों हेतु अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं।

कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू होने के अंतर्गत श्री मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली बीते कल शुक्रवार 19 मई को पूजा अर्चना तथा नये अनाज का भोग लगने के बाद विधि-विधान से पंचकेदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में स्थापित हुई थी।

आज प्रात: उत्सव डोली श्री मद्महेश्वर धाम के लिए प्रस्थान होने के अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग की उपस्थिति में पुजारी बागेश लिंग ने पूजा अर्चना संपन्न की।

आज प्रात: 7.30 बजे द्वितीय केदार बाबा मद्महेश्वर जी की उत्सव डोली ने अन्य देवडोलियों के साथ श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री मद्महेश्वर धाम प्रस्थान किया‌ है। विभिन्न स्थानों पर भक्तों को दर्शन देते हुए प्रथम पड़ाव रांसी पहुंचेगी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन मौजूद रहे।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह के मद्महेश्वर यात्रा की तैयारियों के आदेश के बाद मंदिर समिति का अग्रिम दल श्री मद्महेश्वर मंदिर यात्रा तैयारियों में जुटा हुआ है। श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि आज श्री मद्महेश्वर जी की डोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से प्रथम पड़ाव श्री राकेश्वरी मंदिर रांसी पहुंचेगी।


21 मई रविवार को बाबा की उत्सव डोली गोंडार गांव प्रवास हेतु पहुंचेगी। 22 मई प्रात: गोंडार से उत्सव डोली श्री मद्महेश्वर पहुंचेगी तथा पूर्वाह्न को श्री मद्महेश्वर जी के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खुलेंगे।