उत्तराखंड में देहरादून से रुड़की तक पेट्रोल और डीजल की किल्लत को लेकर अफवाह, वाहनों में ईंधन भराने के लिए पेट्रोल पंप पर उमड़े लोग, मुख्यमंत्री कार्यालय ने लिया संज्ञान……

देहरादून: पेट्रोल और डीजल की किल्लत को लेकर सोमवार देर रात फैली अफवाह से आधा शहर वाहनों में ईंधन भराने सड़क पर उतर पड़ा। इस दौरान जो पेट्रोल पंप खुला मिला वहीं वाहनों की लंबी कतार लग गईं।पेट्रोल और डीजल की किल्लत को लेकर सोमवार देर रात फैली अफवाह से आधा शहर वाहनों में ईंधन भराने सड़क पर उतर पड़ा। इस दौरान जो पेट्रोल पंप खुला मिला, वहीं वाहनों की लंबी कतार लग गईं। हालात बेकाबू हुए तो कई जगह पुलिस को स्थिति नियंत्रित करनी पड़ी।

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की सप्लाई बीते चार दिन से बाधित थी, लेकिन इंडियन आयल और भारत पेट्रोलियम के पंपों पर आपूर्ति होने के बावजूद भारी भीड़ लगी रही। देर रात सड़क पर पेट्रोल डीजल लेने के लिए लगी वाहनों की कतार से कई जगह पर जाम की स्थिति बनी रही।पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति को लेकर पिछले चार दिन से संशय की स्थिति बनी हुई थी। हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंपों पर शनिवार रात से आपूर्ति बाधित होने पर ताले लग गए, जबकि इंडियन आयल और भारत पेट्रोलियम के पंपों पर आपूर्ति होती रही।

हालांकि, इंडियन आयल और भारत पेट्रोलियम के अधिकतर पंपों पर भी केवल प्रीमियम या स्पीड श्रेणी का पेटोल-डीजल दिया जा रहा था। सामान्य श्रेणी के पेट्रोल-डीजल की समस्या यहां भी बनी हुई थी।इसी बीच सोमवार देर रात अफवाह फैल गई कि मंगलवार से पेट्रोल पंप संचालक बेमियादी हड़ताल पर जा रहे हैं। यही नहीं, शहर के 30 पेट्रोल पंप हमेशा के लिए बंद होने की अफवाह भी फैली। इसका असर यह हुआ कि देर रात हजारों की संख्या में लोग अपने वाहन में पेट्रोल-डीजल भराने सड़क पर उतर पड़े।

स्थिति पूरी तरह नियंत्रण से बाहर हो गई और पेट्रोल पंपों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि, देर रात शहर की स्थिति को देखते हुए जिला पूर्ति अधिकारी और पेट्रोल पंप संचालकों ने अपनी प्रतिक्रिया दी की हड़ताल की केवल अफवाह फैलाई जा रही है।बताया गया कि हिंदुस्तान पेट्रोलियम को छोड़कर अन्य पंप पर पेट्रोल व डीजल का पर्याप्त कोटा उपलब्ध है। सोमवार को हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड की ओर से आधे पंप को पेट्रोल डीजल सप्लाई किया गया, जबकि जो संचालक रह गए हैं, उन्हें मंगलवार को आपूर्ति कर दी जाएगी, ऐसा कम्पनी ने दावा किया है।

इंडियन आयल व भारत पेट्रोलियम के पंपों पर पर्याप्त पेट्रोल डीजल उपलब्ध है। वाहन चालकों और आमजन को परेशान होने की जरूरत नहीं है। जिस भी व्यक्ति की ओर से इस तरह का अफवाह फैलाई गई है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस के गुप्तचर विभाग की ओर से भी हमसे संपर्क किया गया, लेकिन हमने बता दिया कि हड़ताल का कोई फैसला नहीं लिया गया है।डा. आर राजेश कुमार, जिलाधिकारी देहरादून कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से पेट्रोल-डीजल की किल्लत संबंधी खबरें प्रसारित की जा रहीं, जो पूर्ण रूप से निराधार हैं। हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंपों पर रविवार और सोमवार को पेट्रोल की थोड़ी कमी रही, लेकिन इंडियन आयल और भारत पेट्रोलियम के पंपों पर पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल व डीजल उपलब्ध है।

कंपनियों के अधिकारियों ने और पेट्रोल पंप संचालकों ने इसकी पुष्टि की है। जनता से अनुरोध है कि कृपया अफवाह पर ध्यान न दें और ना ही इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यमों से ऐसा कोई गलत संदेश प्रसारित करें।

जन्मेजय खंडूरी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी लिया संज्ञान

देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय तक भी ये सूचना पहुंची, सूत्रों के अनुसार, विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दे दिए गए। इस सूचना के बाद देहरादून और हरिद्वार के जिला प्रशासन सक्रिय हुए। मंगलवार से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र को देखते हुए सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। अफवाह, साजिश या कुछ और..

पेट्रोल पंपों पर जिस तरह सोमवार देर रात भीड़ जुटी, उसे सिर्फ अफवाह नहीं माना जा सकता। भले ही पुलिस, प्रशासन, आपूर्ति विभाग और पेट्रोल पंप संचालक इसे अफवाह बता रहे हों, लेकिन इसमें किसी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता।

जिस तरह से पिछले चार दिन से सामान्य श्रेणी के पेट्रोल या डीजल के बजाय ज्यादातर पंपों पर केवल प्रीमियम या स्पीड श्रेणी का पेट्रोल व डीजल दिया जा रहा, उससे आशका है की इसमें जमाखोरों की साजिश हो सकती है। सामान्य श्रेणी और प्रीमियम श्रेणी के पेट्रोल-डीजल में करीब पाच रुपये का अंतर है।

प्रीमियम श्रेणी का पेट्रोल-डीजल महंगा है। सामान्यत: इसकी खपत कम होती है। ऐसे में आशका है कि पंप संचालक आपूर्ति बाधित होने का हवाला देकर जानबूझकर आमजन को महंगा पेट्रोल और डीजल खरीदने को मजबूर कर रहे हैं।

वही रुड़की शहर में सोमवार को कुछ पंपों पर पेट्रोल खत्म होने की खबर फैलते ही लोगों में हड़कंप मच गया। पेट्रोल पंपों पर लोगों की लंबी लाइन लग गई। कुछ स्थानों पर तो भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। सोमवार को शहर में कुछ पंपों पर तेल खत्म हो गया। ऐसे में वहां पेट्रोल खत्म होने की सूचना चस्पा कर दी गई। इसी बीच अफवाह फैल गई कि पेट्रोल खत्म हो रहा है।

आगामी चार दिन तक पेट्रोल नहीं मिलेगा। खबर फैलते ही पेट्रोल पंपों पर लाइनें लगनी शुरू हो गईं। लोग वाहनों की टंकियां फुल कराने लगे। इसके कारण दोपहर बाद रुड़की और कस्बों के अधिकांश पेट्रोल पंप पर पेट्रोल ही नहीं मिल पाया। कार एवं दोपहिया वाहन चालक इधर से उधर दौड़ते हुए नजर आए।

चिलचिलाती धूप में एक से डेढ़ घंटे लाइन में खड़े होकर उपभोक्ताओं ने पेट्रोल भरवाया। हाईवे के पास वाले और शहर के बीच स्थित पेट्रोल पंपों पर उमड़ी भीड़ के चलते सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई। पेट्रोल पंप स्वामियों का कहना था कि कंपनियों से ही पेट्रोल की कमी चल रही है। इस वजह से पर्याप्त पेट्रोल नहीं मिल पा रहा है। हरिद्वार पेट्रोलियम डीजल ट्रेडर्स एसोसिएशन के संरक्षक राकेश अग्रवाल ने बताया कि पेट्रोल की किल्लत कंपनियों की ओर से चल रही हैऐसा नहीं है कि पेट्रोल अब नहीं आएगा। कुछ पंपों पर शाम तक तो कुछ पर सुबह तक पेट्रोल पहुंच जाएगा।

कुछ अफवाहों के चलते पंपों पर लोगों की लाइन लग गई। समझाने के बावजूद लोग नहीं माने।रुड़की शहर में हिंदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम के कुल मिलाकर 12 पेट्रोल पंप हैं। सोमवार को इनमें से पांच पर पेट्रोल खत्म होने के नोटिस चस्पा हो गए थे। अधिकांश पर पेट्रोल मिल रहा था।इस दौरान पंपों पर लगी वाहनों की लाइन देखकर लोग बोतलों में पेट्रोल लेने लगे। इससे वाहन स्वामियों ने नाराजगी जतानी शुरू कर दी। इसके बाद पंप संचालकों ने बोतलों में तेल देना बंद कर दिया।