उत्तराखंड में मतदान की तैयारियां पूरी, बन गया सुरक्षा का प्लान; 162 मतदान केंद्र व 173 मतदेय स्थल……

देहरादून: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए 162 मतदान केंद्र और 173 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। सुरक्षा के लिए आठ एफएसटी और 10 एसएसटी टीमों का गठन किया गया है। अब तक 95 प्रतिशत लाइसेंसी शस्त्र जमा कराए जा चुके हैं। पुलिस ने 210 लीटर अवैध शराब बरामद की है। निर्वाचन को प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की जा रही है।

केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव के लिए 20 नवंबर को होने जा रहे मतदान को लेकर 162 मतदान केंद्र व 173 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। जनपद को 27 सेक्टर व दो जोनों में बांटा गया है, जिनकी निगरानी के लिए आठ एफएसटी और 10 एसएसटी टीमों का गठन किया गया है।

भारत निर्वाचन आयोग के मानकों के अनुरूप मतदेय स्थलों और मतदान केन्द्रों का सुरक्षा प्लान तैयार कर लिया गया है। लाइसेंसी शस्त्रों को जमा किए जाने की कार्यवाही प्रचलित है, 95 प्रतिशत लाइसेंशी शस्त्रों को अब तक जमा करा लिया गया है।
अपर पुलिस महानिदेशक व राज्य पुलिस नोडल अधिकारी, चुनाव एपी अंशुमान ने यह जानकारी दी है। सोमवार को उन्होंने चुनाव सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए जनपद प्रभारी रुद्रप्रयाग के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने अब तक करीब 210 लीटर अवैध शराब बरामद की है व निर्वाचन को प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों को भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की उचित धाराओं में प्रतिबंध किया जा रहा है। जनपद रूद्रप्रयाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी निर्वाचन आयोग के अधीन हैं।
निर्वाचन के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया जाए। साथ ही निर्देशित किया कि निर्धारित मानक के अनुसार फोर्स की तैनाती का प्लान तैयार किया जाए। उप निर्वाचन को सकुशल संपन्न कराने के लिए आवश्यकतानुसार पुलिस बल नियुक्त करें।

बैठक में पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना व संचार कृष्ण कुमार वीके, उत्तराखण्ड, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था पी रेणुका देवी सहित पुलिस अधीक्षक रूद्रप्रयाग ने प्रतिभाग किया।

यह भी दिए दिशा निर्देश
चुनाव के मद्देनजर पूरे निर्वाचन क्षेत्र में लगातार गश्त की जाए, साथ ही बार्डर क्षेत्र में सतर्क दृष्टि रखते हुए निकटवर्ती जनपदों से आपसी समन्वय रखा जाए।

निर्वाचन के दौरान अपराध एवं कानून व्यवस्था को नियंत्रण में रखा जाए। किसी भी प्रकार की घटना होने पर यथाशीघ्र उचित कार्यवाही की जाए।

अभिसूचना तंत्र को सतर्क करते हुए इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर सतर्क दृष्टि रखी जाए और अफवाहों एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वालों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाए।

निर्वाचन में लगे पुलिस बल, अर्द्धसैनिक बल और अन्य सहायक बलों के लिए समय से आवासीय एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

प्रत्याशियों की सुरक्षा नियमानुसार सुनिश्चित कराएं।
निर्वाचन ड्यूटी में नियुक्त समस्त पुलिस बल को भलि-भांति ब्रीफ कर नियुक्त किया जाए। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था राजपत्रित अधिकारी की निगरानी में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशो के अनुरूप सुनिश्चित की जाए। स्ट्रांग रूम, बैरियर आदि महत्वपूर्ण स्थानों को सीसीटीवी कैमरों से मानिटरिंग किया जाए।

पर्वतीय जनपद होने के कारण आपदा वाले क्षेत्रों में बनाए गए मतदान केंद्रों पर पहले से ही तैयारी रखते हुए एसडीआरएफ के जवानों को निर्देशित किया जाए।