उत्तराखंड में देहरादून वालों एक जून से झाझरा में होंगे ड्राइविंग लाइसेंस के सभी काम, लेकिन आम आदमी की बढ़ेगी परेशानी….
देहरादून : एक जून से झाझरा में होंगे ड्राइविंग लाइसेंस के सभी काम, लेकिन आम आदमी के लिए कठिन होगी डगर ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े सभी कार्य झाझरा स्थित इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविंग एंड ट्रेनिंग रिसर्च (आइडीटीआर) में शिफ्ट किए जाने का फैसला कर लिया है। शहर से लगभग 20 किमी दूर आइडीटीआर में टेस्ट देने जाने के लिए पूरा दिन का समय लगेगा।
तमाम विरोध के बावजूद परिवहन विभाग ने एक जून से ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े सभी कार्य झाझरा स्थित इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविंग एंड ट्रेनिंग रिसर्च (आइडीटीआर) में शिफ्ट किए जाने का फैसला कर लिया है।
अधिकारियों के अनुसार झाझरा में जो भी खामियां बाकी थीं, उन्हें दूर कर लिया गया है व एक जून से आरटीओ का लाइसेंस अनुभाग झाझरा से ही काम करेगा। अभी तक सिर्फ स्थायी लाइसेंस का टेस्ट झाझरा में लिया जा रहा था, लेकिन लर्निंग लाइसेंस टेस्ट, डुप्लीकेट लाइसेंस बनाने, लाइसेंस रिन्यूवल, लाइसेंस में पता बदलाव आदि कार्य भी अब झाझरा जाकर कराने होंगे।
बता दें कि, गत 27 अप्रैल को सचिव परिवहन अरविंद सिंह हयांकी ने लाइसेंस अनुभाग 15 मई तक झाझरा शिफ्ट करने का आदेश दिया था। इसकी तैयारी आरंभ हो गई थी, लेकिन आइडीटीआर की तरफ से परिवहन विभाग को पर्याप्त जगह देने से मना कर दिया गया। नाराज परिवहन सचिव ने नया आदेश जारी कर हर स्थिति में 30 जून तक लाइसेंस अनुभाग झाझरा भेजने के आदेश दिए।
इसके विरोध में कईं ट्रांसपोर्ट संगठन व राज्य आंदोलनकारी संगठन आदि ने परिवहन मंत्री चंदन रामदास से मुलाकात कर सचिव के आदेश पर तुरंत रोक लगाने की मांग की थी। परिवहन मंत्री ने परिवहन अधिकारियों से बातचीत कर कोई समाधान निकालने का भरोसा दिया था, लेकिन इस बीच मंगलवार को विभाग ने फरमान जारी कर दिया कि एक जून से लाइसेंस से जुड़े सभी कार्य झाझरा से होंगे।
मालूम हो कि, मुंबई, दिल्ली और बंगलुरू आदि शहरों की तर्ज पर देहरादून में भी कड़ी परीक्षा के बाद ही ड्राइविंग लाइसेंस देने की कसरत में 15 जुलाई-2019 को स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस का कार्य आइडीटीआर भेज दिया गया था। शुरुआत में कार एवं अन्य भारी वाहनों का कार्य शिफ्ट किया गया, जबकि 30 नवंबर से दुपहिया का लाइसेंस कार्य भी वहीं भेज दिया गया।
लर्निंग लाइसेंस समेत डुप्लीकेट लाइसेंस, लाइसेंस रिन्यूवल एवं नाम-पता बदलाव का कार्य आरटीओ कार्यालय दून में ही किया जाता रहा। वर्तमान में भी यही व्यवस्था चल रही, लेकिन परिवहन विभाग ने अब यह कार्य भी झाझरा में शिफ्ट करने का आदेश जारी कर दिया। आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि एक जून से ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े सभी कार्य आइडीटीआर झाझरा में होंगे। अगर शासन की ओर से कोई नया आदेश आया तब ही इसमें कोई परिवर्तन किया जा सकता है।
कठिन होगी झाझरा की डगर।
हादसों पर अंकुश लगाने को परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट की प्रकिया भले ही जटिल कर रहा हो, मगर आमजन के लिए यह बेहद भारी पड़ेगी। परीक्षा का जटिल होना सही है, मगर परीक्षास्थल तक पहुंचना आवेदकों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है। महिलाओं के लिए तो सुरक्षा संबंधी चिंता भी है। वहां तक जाने में आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों पर विभाग का ध्यान नहीं गया।
शहर से लगभग 20 किमी दूर आइडीटीआर में टेस्ट देने जाने के लिए पूरा दिन का समय लगेगा। अगर, आवेदकों में युवती, महिला व नवयुवक हो तो सुरक्षा कारणों से उन्हें एक सहयोगी या परिजन भी ले जाना पड़ सकता है। इससे बड़ी दिक्कत चकराता हाइवे से चार किमी अंदर पहुंचना है। क्योंकि, वहां कोई परिवहन सुविधा नहीं है।
ऐसे पहुंचना होगा झाझरा।
अगर आपके पास अपना वाहन है तो आप अपने परिचित वैध लाइसेंसधारक के जरिए उक्त वाहन से झाझरा पहुंच सकते हैं। अगर आपका निजी वाहन नहीं है तो आप पटेलनगर निरंजनपुर मंडी, बल्लीवाला या बल्लूपुर चौक से डाकपत्थर रूट की बस या झाझरा रूट की सिटी बस से बालाजी मंदिर झाझरा तक पहुंच सकते हैं। वहां से आपको सुनसान रास्ते पर पैदल चार किमी की दूरी नापनी पड़ेगी।