उत्तराखंड में सीएम धामी बोले- बलिदानियों के आश्रितों को स्वत: मिलेगी सरकारी नौकरी, होगी खास व्यवस्था….

देहरादून: मुख्यमंत्री ने सैन्य धाम निर्माण में हो रही देरी पर असंतोष जताते हुए 15 अक्तूबर तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यदायी संस्था को हिदायत दी कि निर्माण कार्य में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार ऐसा तंत्र विकसित करने जा रही है, जिसमें शहीद सैनिकों के आश्रितों को स्वत: ही नौकरी मिल जाएगी। साथ ही शहीदों के नाम पर अपने आप सड़क, स्कूल और कॉलेज के नामकरण हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कठुआ आतंकी हमले में बलिदान पांच सैनिकों के आश्रितों को सरकार नौकरी देगी।

मुख्यमंत्री सचिवालय में सैन्य धाम प्रोजेक्ट की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बलिदान सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने सैन्य धाम निर्माण में हो रही देरी पर असंतोष जताते हुए 15 अक्तूबर तक इसे पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यदायी संस्था को हिदायत दी कि निर्माण कार्य में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। साथ ही निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए विभागीय मंत्री को नियमित रूप से सुनवाई करने के निर्देश दिए।

शहीद सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार के निर्देश दिए। कठुआ हमले में बलिदान सैनिकों के आश्रितों को शीघ्र सरकारी नौकरी देने के लिए कार्रवाई कर समय सीमा तय कर करने कहा। मुख्यमंत्री ने सैन्य धाम के निर्माण के बाद रखरखाव व संचालन का जिम्मेदारी एमडीडीए दी जाएगी। सैन्य धाम के निर्माण में आ रहे भूमि विवाद के समाधान के लिए डीएम देहरादून को निर्देश दिए।

500 मीटर की परिधि में निर्माण से प्रतिबंध हटेगा।
बैठक में सैन्य धाम के 500 मीटर की परिधि में निर्माण कार्य प्रतिबंधित करने के आदेश को निरस्त कर युक्ति संगत बनाने का निर्णय लिया गया। बैठक में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।