उत्तराखंड में धोबी के बेटे ने पाया मुकाम, आर्मी अफसर की वर्दी में देख पिता के छलके आंसू……
देहरादून: IMA POP 2024 इंसान के इरादे और हौसले ही उसकी ताकत हैं। कुछ करने का जज्बा हो तो राह आसान हो जाती है। कोटा राजस्थान के धोबी के बेटे राहुल वर्मा ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। अपनी लगन और अथक प्रयास के बूते वह सेना में अफसर बन गए हैं। कोटा में उनके दादा रतन लाल धोबी का काम करते थे। दादा से यह काम पिता ने संभाला।
इंसान के इरादे और हौसले ही उसकी ताकत हैं। कुछ करने का जज्बा हो, तो राह आसान हो जाती है। कोटा राजस्थान के धोबी के बेटे राहुल वर्मा ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। अपनी लगन और अथक प्रयास के बूते वह सेना में अफसर बन गए हैं। उनका कहना है कि पिता ने हमेशा एक सीख दी। वह कहते थे कि राजा का बेटा राजा नहीं, मेहनत करने वाला भी राजा बन सकता है। बेटे ने पिता की इस सीख को चरितार्थ कर दिखाया है।
राहुल ने बताया कि कोटा में उनके दादा रतन लाल धोबी का काम करते थे। दादा से यह काम पिता नंद किशोर वर्मा ने संभाला। जो अभी भी बदस्तूर जारी है। मां संतोष वर्मा गृहणी हैं और पिता के काम में हाथ बंटाती हैं। वह घर का कामकाज करने के बाद घरों से जाकर कपड़े भी उठाकर लाती हैं। बताया कि उनकी शिक्षा एक हिंदी मीडियम के स्कूल में हुई। जिस कारण उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में दिक्कत भी उठानी पड़ी।
एनडीए की लिखित परीक्षा पास करते, पर एसएसबी में तीन बार असफल रहे। चौथे प्रयास में वह एनडीए में सफल हुए। एसएसबी के लिए फ्लाइट से जाने की मजबूरी थी। पिता ने उधार लेकर छह हजार रुपये का फ्लाइट का टिकट कराया। बेटा सेना में अफसर बनने के लिए चुना गया तो पिता की खुशी का ठिकाना न रहा। शनिवार को बेटे के कंधे पर सितारे लगाते हुए नंद किशोर की आंखों से आंसू छलक आए।