उत्तराखंड में चमोली में बारिश ने रोकी बदरीनाथ के यात्रियों की राह, पहाड़ी से गिर रहे हैं पत्थर….
चमोली : चमोली में बारिश ने बदरीनाथ के यात्रियों की राह रोक दी। पांडुकेश्वर से बदरीनाथ के बीच पहाड़ी से पत्थर गिरने ये खतरा बढ़ गया। वहीं बारिश से अलकनंदा का जल स्तर बढ़ गया है। नदी के जलस्तर बढ़ने के लिए हिमखंड टूटने जैसी कोई बात नहीं है सोमवार की शाम को पहाड़ी से पत्थर गिरने व बारिश के कारण अलकनंदा का जल स्तर बढ़ने से बदरीनाथ जाने वाले यात्रियों को लामबगड़ में एहतियातन तीन घंटे तक रोके रखा गया। देर रात पुलिस की देखरेख में इन यात्रियों को निकटवर्ती पड़ाव तक भिजवाया गया।चमोली जिले में लगातार हो रही थी भारी बारिश
सोमवार की शाम से लगातार चमोली जिले में भारी बारिश हो रही थी। इसके चलते बदरीनाथ हाईवे में लामबगड़ के पास खचरा नाला ऊफान पर आ गया। बारिश के कारण पहाड़ी से भी पत्थर गिरने लगे।यात्रियों को सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न स्थानों पर रोका।
इस पर करीब रात आठ से 11 बजे तक यात्रियों को सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न स्थानों पर रोक दिया गया। पुलिस ने बारिश थमने तक यात्रियों को सुरक्षित स्थानों रुकने की सलाह दी।
बारिश से अलकनंदा नदी का भी जलस्तर बढ़ाबारिश के चलते अलकनंदा नदी का भी जल स्तर बढ़ गया। इसके चलते सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। पुलिस भी लगातार यात्रियों को आगे न बढ़ने की सलाह देती रही। पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बढ़ाचमोली जिले की पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि भारी बारिश के कारण खचरा नाले के ऊफान पर आने के अलावा पांडुकेश्वर से बदरीनाथ के बीच पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बढ़ गया था।
तीन सौ यात्रियों को गोविंदघाट के गुरुद्वारे में रोका
इसके चलते करीब तीन सौ यात्रियों को गोविंदघाट के गुरुद्वारे में रोका गया। इसके अलावा पुलिस ने बदरीनाथ से लौट रहे यात्रियों को भी रास्ते में पत्थर गिरने के संभावित खतरे के चलते वहीं रुकने की सलाह दी।हिमखंड टूटने जैसी कोई बात नहीं
उन्होंने कहा कि नदी के जल स्तर बढ़ने के लिए हिमखंड टूटने जैसी कोई बात नहीं है, यात्रियों को बारिश के दौरान पत्थर गिरने के चलते रोका गया। उधर, जिला आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार नदियों के जलस्तर बढ़ने का कोई अलर्ट नहीं है। बारिश हुई थी, लेकिन अभी मौसम ठीक है। यात्रियों को निर्धारित समय से पहले नहीं रोका गया है।