उत्तराखंड में धामी कैबिनेट की बैठक आज, इन मामलों में फैसला संभव……

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में कैबिनेट बैठक होगी। बैठक में आपदा मुआवजा राशि में वृद्धि, सरकारी मेडिकल कॉलेजों के प्रोफेसर, असिस्टेंट और एसोसिएट प्रोफेसर के वेतन में बढ़ोतरी, भूजल पर टैक्स, पिरूल के दाम में इजाफा के साथ ही गृह, आवास, शहरी विकास आदि विभागों के प्रस्ताव आ सकते हैं।

उत्तराखंड धर्मस्व तीर्थाटन परिषद का प्रस्ताव आने की उम्मीद। परिषद के लिए गठित कमेटी ने सौंप दी है सीएम पुष्कर सिंह धामी को अपनी रिपोर्ट।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 18 जुलाई यानी आज मंत्रिमंडल की अहम बैठक होने जा रही है. जिसकी तैयारियों में शासन के अधिकारी जुटे हुए हैं. हालांकि, दो दिनों की छुट्टी के बाद गुरुवार को कैबिनेट की बैठक होनी है. ऐसे में गुरुवार की सुबह से ही सचिवालय में हलचल तेज हो जाएगी. मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान करीब एक दर्जन से ज्यादा प्रस्तावों पर मुहर लगाने की संभावना है.

बता दें कि जुलाई महीने की पहली धामी मंत्रिमंडल की बैठक सचिवालय के एपीजे अब्दुल कलाम भवन स्थित सभा कक्ष में होगी. जो शाम को चार बजे से शुरू होगी. इस मंत्रिमंडल या कैबिनेट की बैठक में खनन, स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा, आवास और वन विभाग समेत अन्य विभागों से संबंधित महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है. वन विभाग के तहत फायर फॉरेस्ट कमेटी का गठन संबंधित प्रस्ताव।

तमाम विभागों में कर्मचारियों से जुड़ी संशोधित सेवा नियमावली प्रस्ताव समेत अन्य तमाम प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है.इसके साथ ही आईआईएम रोहतक की ओर से तैयार किए गए चारधाम यात्रा के कैरिंग कैपेसिटी की अध्ययन रिपोर्ट, शैक्षणिक संवर्ग का नया त्रिस्तरीय ढांचा बनाने संबंधित प्रस्ताव, स्वास्थ्य सेवाओं की क्वालिटी को बेहतर करने के लिए स्टेट एलाइड एंड हेल्थ केयर काउंसिल का गठन करने संबंधित प्रस्ताव।

प्रदेश के सभी जिलों और बड़े शहरों में बहुउद्देशीय हाल और खेल मैदान बनाने संबंधित प्रस्ताव समेत अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर कैबिनेट की मुहर लगने की संभावना है।

इसके साथ ही प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना’ को लागू करने के लिए गठित मंत्रिमंडलीय उप समिति की ओर से किए जा कामों पर भी चर्चा किया जा सकता है. लिहाजा, गुरुवार की शाम 4 बजे सचिवालय में बुलाई गई मंत्रिमंडल की यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है।