उत्तराखंड में दो वरिष्ठ आईएएस एवं आईपीएस अधिकारी की भूमाफिया से सांटगांठ के आरोपों की की उच्च स्तरीय जांच की मांगः- करन माहरा……

देहरादून : कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हरिद्वार मे तैनात रहे दो आईएएस और एक आईपीएस अधिकारियों पर भूमाफिया से सांटगांठ कर दलितों की जमीन हडपने के आरोप गम्भीर है जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए तथा भूमाफिया तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई होनी चाहिए।

करन माहरा ने कहा कि जिन अधिकारियों के परिजनों पर आरोप लग रहे हैं वे तीनों अधिकारी समय-समय पर हरिद्वार जिले में डीएम और कप्तान के रूप में तैनात रहे हैं, जिन्होंने अपने परिजनों-रिश्तेदारों के नाम भूमाफिया यशपाल तोमर से साँठ-गाँठ कर जमीनों की भारी खरीद-फरोख्त की है। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों के सगे-संबंधियों पर जमीन खरीद फरोख्त में फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज हुआ है।

ग्रेटर नोएडा पुलिस द्वारा शनिवार को दर्ज किये गये मुकदमे में मुख्य आरोपी गैंगस्टर यशपाल तोमर को बनाया गया है जिसके खिलाफ उत्तराखंड में भी जमीनों के जबरन खरीद और फर्जीवाड़े के कई मुकदमे पहले से दर्ज हैं। उत्तराखण्ड सरकार के संरक्षण में रहे इन अधिकारियों में से एक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सचिव के रूप में तैनात है। बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमें के आरोपियों में एक आईएएस अफसर का ससुर, एक आईएएस के पिता और आईपीएस की मां नामजद है।

करन माहरा ने कहा कि भाजपा सरकार में दबा कुचला और कमजोर वर्ग आज पीडित एवं असहाय महसूस कर रहा है। हरिद्वार में अनुसूचित जाति की जमीनों की अवैध खरीद से जुड़े इस मामले में गैंगस्टर यशपाल तोमर सहित सभी आरोपियों पर कडी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन तीनों नौकरशाहों के परिजनों के खिलाफ ग्रेटर नोएडा पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है वह अलग-अलग समय में हरिद्वार में बतौर डीएम और एसएसपी तैनात रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ग्रेटर नोएडा में भी सरकारी भूमि के पट्टों को औने पौने दाम पर नौकरशाहों के परिवारजनों को बेचा गया।

करन माहरा ने आरोप लगाया कि अरबपति भू-माफिया और गैंगस्टर यशपाल तोमर की जमीनों पर कब्जे के जरिए खड़ा हुआ अकूत संपत्ति का साम्राज्य पश्चिमी यूपी से लेकर उत्तराखंड तक फैला हुआ है जिसकी जांच होनी चाहिए। करन माहरा ने उत्तराखण्ड सरकार से मांग की कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए तथा जितने भी भू माफिया और नौकरशाह इस खेल में शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।