उत्तराखंड में बारिश से डेंजर जोन फिर हुए सक्रिय…कई स्थानों पर जोखिम के बीच हो रही यात्रा…..
देहरादून: यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले यमुनोत्री हाईवे पर बड़कोट से लेकर जानकीचट्टी तक एक दर्जनभर से अधिक डेंजर जोन हैं। पूर्व में ट्रीटमेंट के नाम पर इन पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन मानसून में ये भूस्खलन जोन दोबारा सक्रिय हो गए हैं
यमुनोत्री हाईवे पर जगह-जगह बने डेंजर जोन मानसून की बारिश से फिर सक्रिय हो गए हैं। इस कारण स्थानीय लोगों के साथ श्रद्धालुओं को जोखिम के बीच आवाजाही करनी पड़ रही है। हाईवे पर जगह-जगह मलबा और बोल्डर गिरने का खतरा बना हुआ है।
दरअसल, यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले यमुनोत्री हाईवे पर बड़कोट से लेकर जानकीचट्टी तक एक दर्जनभर से अधिक डेंजर जोन हैं। पूर्व में ट्रीटमेंट के नाम पर इन पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन मानसून में ये भूस्खलन जोन दोबारा सक्रिय हो गए हैं।
खासतौर पर छटांगा पत्थरगाड के बीच, खनेड़ापुल कुथनौर के बीच, सिलाईबैंड आदि जगहों पर मलबा व बोल्डर गिरने से आए-दिन हाईवे पर यातायात बाधित हो रहा है, जिसके कारण स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
यहां हर पल मलबा और बोल्डर गिरने का खतरा बना हुआ है, जिसके चलते दुर्घटना की आशंका भी है। पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल, ब्लाॅक प्रमुख सरोज पंवार, मनमोहन उनियाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य अरविंद रावत आदि ने हाईवे के भूस्खलन और डेंजर जोन का उपचार कराने की मांग की है।
यमुनोत्री हाईवे पर मानसून की बारिश से सक्रिय हुए डेंजर जोन को दोबारा दिखवाया जाएगा। जरूरत पड़ी तो टीएचडीसी के माध्यम से यहां उपचार भी कराया जाएगा। :राजेश पंत, अधिशासी अभियंता लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग खंड।