उत्तराखंड में टूट रहे चारधाम के रिकॉर्ड, सीएम के बाद अब मुख्य सचिव ने संभाली कमान, जिलाधिकारियो को दिए बड़े निर्देश….

 

देहरादून : दर्शनार्थियों एवं तीर्थयात्रियों की संख्या
1-श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से 13 मई शाम तक 97672
•श्री बदरीनाथ धाम 13 मई शाम
4 बजे तक- 11378

2- श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से 13 मई तक -147992
• श्री केदारनाथ धाम शाम 4 बजे तक 13948

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग- 245664

• मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों एवं सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक ली। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम व्यवस्था सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।

मुख्य सचिव ने कहा कि वीकेंड में श्रद्धालुओं के बढ़ने की सम्भावना है, जिसके लिए समुचित व्यवस्थाएं पूर्व से ही सुनिश्चित कर ली जाएं। बिना पंजीकरण वाले यात्रियों को आगे जाने से रोका जाए साथ ही यात्रियों के रूकने के लिए उचित स्थानों पर टेंट सिटी का निर्माण किया जाए। यात्रियों को ऐसी जगहों पर रोका जाए।

जहां उनके रुकने के लिए व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने कहा कि ओवर चार्जिंग से प्रदेश की छवि खराब होती है, इसे रोकने के लिए यात्रा मार्गों में ओवर चार्जिंग को रोकने हेतु कठोर कदम भी उठाए जाएं, साथ ही, ऐसे व्यक्तियों पर चालान करने के साथ ही अरेस्ट भी किया जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा सुव्यवस्थित तरीके से चल सके इसके लिए राज्य आपदा प्रचालन केंद्र कंट्रोल रूम को एक्टिवेट कर दिया गया है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को जिला आपदा परिचालन केंद्रों को भी एक्टिवेट करते हुए चारधाम यात्रा से सम्बन्धित सभी जानकारियां साझा करने हेतु आपदा परिचालन केंद्रों को चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम के रूप में प्रयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्गाे में समुचित मात्रा में टॉयलेट विशेषकर महिला टॉयलेट एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए मार्ग में ऑडियो संदेश के माध्यम से लगातार हेल्थ एडवाइजरी एवं अन्य जानकारियों का प्रसारण किया जाए।

मुख्य सचिव ने परिवहन विभाग को यात्रा मार्ग में जाम की समस्या को दूर करने और कंजेशन को कम करने के लिए मालवाहक वाहनों को रात्रि के 10 बजे से प्रातः 4 बजे तक के प्रतिबंधित समय में भी संचालन की अनुमति दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि रात्रि को चलने वाले मालवाहक वाहनों के चालकों और परिचालकों की जगह-जगह पर चैकिंग कर यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए कि उन्होंने मदिरा आदि का नशा न किया हो और वाहनचालक बहुत लम्बी यात्रा कर थके न हों और लम्बे समय से जागे न हों ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

इसके साथ ही, यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए कि कोई मालवाहक वाहनों की आड़ में यात्रियों को लेकर रात्रि में यात्रा न करे।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर, सचिव परिवहन श्री अरविन्द सिंह ह्यांकि सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारधाम यात्रा से सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।