उत्तराखंड की राजधानी दून अस्पताल में नवजात शिशु का भूर्ण मिलने घटना पर एसएसपी देहरादून द्वारा दून अस्पताल का किया निरीक्षण, दिए जाँच के निर्देश……
देहरादून: निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों तथा सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा। निरीक्षण के दौरान सीसीटीवी ऑब्जरवेशन रूम मिला बंद, सुरक्षा की दृष्टि से परिसर में सीसीटीवी कैमरो की संख्या थी कम।
अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरो की संख्या बढ़ाने तथा सीसीटीवी कैमरो की 24 घंटे मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के लिए ऑब्जर्वेशन रूम को चौकी में स्थापित किए जाने के संबंध में अस्पताल प्रशासन से किया पत्राचार।
घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत एसएसपी देहरादून द्वारा तत्काल अभियोग पंजीकृत कर प्रकरण की गहनता से जाँच करने के दिये निर्देश।
02 दिन पूर्व दून हॉस्पिटल के महिला वार्ड के बाथरूम में नवजात शिशु का भूर्ण मिलने की घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत आज दिनाँक – 24/09/2024 को एसएसपी देहरादून द्वारा दून हॉस्पिटल तथा दून पुलिस चौकी का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान द्वारा एसएसपी देहरादून द्वारा अस्पताल परिसर का भ्रमण कर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरो का जायजा लिया गया तो अस्पताल परिसर में सीसीटीवी की संख्या काफी कम पाई गई, साथ ही सीसीटीवी कैमरों के ऑब्जरवेशन रूम में भी कमियां मिली तथा ऑब्जरवेशन रूम में सीसीटीवी की मॉनिटरिंग के लिए कोई मौजूद नहीं मिला, जिस पर दून हॉस्पिटल प्रबंधन को चिकित्सालय के हर भाग में सीसीटीवी कैमरे लगवाने तथा सीसीटीवी कैमरों के 24 घंटे ऑब्जरवेशन करने के लिए पत्राचार किया गया है, साथ ही सीसीटीवी के ऑब्जरवेशन रूम को इमरजेंसी के सामने बनी पुलिस चौकी में स्थापित किये जाने का सुझाव दिया गया, जिससे सीसीटीवी कैमरों की लगातार मॉनिटरिंग कर ऑब्जरवेशन किया जा सके।
निरीक्षण के दौरान दून चिकित्सालय में विगत 03 दिनों में डिलीवरी हेतु आयी महिलाओं का रिकॉर्ड चेक किया गया तो विगत 3 दिनों में दून चिकित्सालय में कुल 41 महिलाओं की डिलीवरी हुई थी, जिसमें 40 बच्चे स्वस्थ पैदा हुए व एक बच्चा मृत पैदा हुआ, जिसके परिजन थाना क्षेत्र बसंत विहार के थे, जिसका उसके परिजनों द्वारा अंतिम संस्कार किया गया, जिसकी बसंत विहार पुलिस द्वारा जांच कर पुष्टि की गई है।
अब तक की जांच व रिकॉर्ड के अवलोकन से ऐसे किसी भी मरीज या महिला की जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, जो डिलीवरी हेतु चिकित्सालय में आई हो, फिर भी घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत एसएसपी देहरादून द्वारा प्रकरण में अभियोग पंजीकृत कर घटना के सभी संभावित पहलुओं की गहनता से जांच करने के निर्देश दिए गए।